Total Pageviews

Thursday, October 6, 2011

हिना फिरदौस के रेखांकन


वह बोलती रेखाओं की भाषा
जीवन की इक नई परिभाषा
देती पिता को भरपूर दिलासा
"मुझमे है आशा ही आशा. "