रचना-संसार
समसामयिक सृजनात्मकता का मंच
रविवार, 19 जनवरी 2014
रचना संसार : तुम क्या जानो....
रचना संसार : तुम क्या जानो....
:
तुम क्या जानो जी तुमको हम कितना 'मिस' करते हैं...
तुम्हे भुलाना खुद को भूल जाना है
सुन तो लो, ये नही एक बहाना है ...
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