मंगलवार, 27 फ़रवरी 2018

छोटे-छोटे गोयबल्स

Image result for hate


कोई तो बतलाये
कैसे बचा जाए
आये दिन पैदा हो रहे हैं
छोटे-छोटे लाखों गोयबल्स
झूठ को सच में बदलने में माहिर हैं ये
यही तो करते आये हैं कि एक दिन
भीमकाय झूठ के आगे बौना हो गया सच 

धड़ाधड़ हो रहा उत्पादन
उनकी फैक्ट्रियों से रेडीमेड झूठ का
सदियों से स्थापित सच को विस्थापित करते झूठ
हम इने-गिने लोग ही तो बचे हैं
जो समझते हैं कि अंत में सच की होती है विजय
लेकिन यह विश्वास भी अब डगमगाने लगा है
वैकल्पिक तौर पर झूठ का मुकाबला
और बड़े झूठ से करने की कवायद ठीक नहीं है भाई
सच के साथ डटे रहना है हमें

आओ कि कोशिश करें
कि थोडा सा सब्र और थोड़ा सा आत्मबल
इस कठिन समय में बचा कर रखा जाए.....


शनिवार, 10 फ़रवरी 2018

अपने हक़ की बात

Image result for speech
हम कब कह पायेंगे
अपने हक़ की बात
उसके सामने और सबके सामने
कब जुटा पायेंगे हिम्मत
कब कह पायेंगे
बिना नशा किये अपने मन की बात
कब कह पायेंगे
बिना गिड़गिड़ाये
बिना हकलाये
बिना सकुचाये
अपने मन की बात
कि आज तक सीखा है हमने
सलीके से बात करने का हुनर
कि आज तक सिखाया गया है
आवाज़ नीची रखना
कि आज तक नजरें झुकाए
थोड़ा थरथराये से
कहते हैं इस तरह बात
कि मिल जाए डांट
दुत्कार
तिरस्कार
तुम्हें मालूम है न
कोई बात कहने के लिए
हम कितनी बार करते हैं रिहर्सल
भाषा बदल-बदल कर
भंगिमा बदल-बदल कर
खुद ही खुद से करते हैं इल्तिजा
खुद ही एक नये पैंतरे के साथ
गढ़ते हैं इस तरह वाक्य
कि बात भी बन जाए
और तिरस्कार भी न हो

जाने कब होगा ऐसा
कि बिना सम्पादन किये
कह सकेंगे हम अपने हक़ की बात
एक दम डायरेक्ट...

कई चाँद थे सरे आसमां : अनुरोध शर्मा

कुमार मुकुल की वाल से एक ज़रूरी पोस्ट : अनुरोध शर्मा पहले पांच पन्ने पढ़ते हैं तो लगता है क्या ही खूब किताब है... बेहद शानदार। उपन्यास की मुख्...