हो सकता है कुछ भी
बस सही रणनीति तो बने
बीपी शुगर नामर्दी के शिकार
ऐसे बूढ़ों को बख़्श दो यार
उनसे कोई उम्मीद न रखो
सृष्टि की सुख सुविधाओं का बहुत उपयोग
कर लिया उनने कि नौजवानों के हिस्से का सुख
उनकी नज़र में है, होशियार मेरे युवा यार
तुम्हें अपने तरीके से सजाना है संसार
हो सकता है कुछ भी
कर सकते हो तुम कुछ भी
खुद की ताक़त को पहचानो।।।।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें