गुरुवार, 23 जून 2011
गुरुवार, 9 जून 2011
धरना प्रदर्शन
राज-मैदान मेँसमझे श्रीमान !
राजा की मर्ज़ी बिना
व्यवस्था के ख़िलाफ़
झुनझुने बजने लगे
आ जुटे तमाशबीन
झुनझुनोँ का शोर
भाया नहीँ
राजा के चमचोँ को
आनन-फानन
राजा की फौज आ गई
झुनझुने तोड़े जाने लगे
बजाने वाले भागे
बजवाने वाले भागे
तमाशबीनोँ घायल हुए
तमाशबीनोँ को
ताली बजाने के सिवा
आता न था कुछ
तमाशबीन आदतन
पाला बदल
करने लगे
राजा का गुणगान...
बुधवार, 1 जून 2011
सदस्यता लें
संदेश (Atom)