Total Pageviews
Tuesday, January 24, 2012
vote do...
हम हैं चोर-उचक्के
उनकी तरह डकैत नहीं
हम हैं उठाईगीरे
उनकी तरह लुटेरे नहीं
हम हैं चक्कूबाज़ ओनली
उनकी तरह हत्यारे नहीं
अब तो आप समझ गए होंगे
कि राजनीति के मैंदान के
कितने कच्चे खिलाड़ी हैं हम
कितने मासूम हैं हम
पुलिस थाना में रसूख के कारण
हमारा कोई अपराधी रिकार्ड भी नही
क्या अब भी आप हमें वोट नहीं देंगे...?
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
-
बिभूति कुमार झा Anwar Suhail अनवर सुहैल साहेब की लिखी कहानी संग्रह "गहरी जड़ें" पढ़कर अभी समाप्त किया है। बहुत ही सार्थ...
-
(रचनासंसार ब्लॉग अब तक मैं सिर्फ अपनी रचनाओं के लिए जारी रक्खे हुए था, लेकिन अब लगता है कि इस ब्लॉग का विस्तार किया जाए. काव्यानुवादक च...
-
دہشتگرد پہلے ٹی وی پر اس کی تصاویر دكھلاي گئیں، پھر خبریں - خطوط نے اس کے بارے میں لانتے - ملامتے کی تو شہر کا ماتھا ٹھنكا. '...
Not so cool
ReplyDelete