रचना-संसार
समसामयिक सृजनात्मकता का मंच
बुधवार, 11 जनवरी 2012
मत ढाको !
ढकी जा रही है
सैकड़ों हाथी की मूर्तियाँ
सरकारी काम जो है
उधर शीतलहरी में
बिना पर्याप्त कपड़ों में
ठिठुर कर मर गए
कई ग़रीब आदमी
जो शायद वोटर भी होते
लोक-तंत्र के ....
1 टिप्पणी:
अनुराग
11 जनवरी 2012 को 10:17 am बजे
बहुत महत्वपूर्ण सवाल आपने उठाया है।
जवाब दें
हटाएं
उत्तर
जवाब दें
टिप्पणी जोड़ें
ज़्यादा लोड करें...
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
बहुत महत्वपूर्ण सवाल आपने उठाया है।
जवाब देंहटाएं