कान बंद कर लेने से
सिर्फ हम ही न सुन पायेंगे न
लेकिन चीख-पुकार यूँ ही जारी रहेंगी
आँख बंद कर लेने से
हमें कुछ न दिखेगा
लेकिन हिंसा और आगजनी के दृश्य
संसार से ओझल तो न हो पाएंगे
सिर्फ हम ही न सुन पायेंगे न
लेकिन चीख-पुकार यूँ ही जारी रहेंगी
आँख बंद कर लेने से
हमें कुछ न दिखेगा
लेकिन हिंसा और आगजनी के दृश्य
संसार से ओझल तो न हो पाएंगे
हम भीड़ का हिस्सा नहीं बनते
लेकिन इन भीड़ इकट्ठी करने वालों को
चुपचाप दे बैठते हैं चंदा
बगैर जाने-समझे कि इस रकम से
नफरतें भड़काने के औजार खरीदे जाते हैं
इस इमदाद से उत्पात और उद्दण्डताएँ जुटाई जाती हैं
लेकिन इन भीड़ इकट्ठी करने वालों को
चुपचाप दे बैठते हैं चंदा
बगैर जाने-समझे कि इस रकम से
नफरतें भड़काने के औजार खरीदे जाते हैं
इस इमदाद से उत्पात और उद्दण्डताएँ जुटाई जाती हैं
अपनी सुख-सुविधामय जीवन में
हम किसी तरह का पंगा नहीं लेना चाहते
और क्या हम इस तरह इन उपद्रवियों को
आगे आने का मौका मुहैया नहीं कराते हैं?
हम किसी तरह का पंगा नहीं लेना चाहते
और क्या हम इस तरह इन उपद्रवियों को
आगे आने का मौका मुहैया नहीं कराते हैं?
इसीलिए दोस्त तुमसे कहता हूँ
यह प्रयोग ठीक नहीं
आँख-कान खुला रखें हम
आखिर इस माहौल को बदलना है हमें
बेशक, यह उपद्रवी आयातित नहीं हैं
हममें से हैं ये लोग
हम दूर रहना चाहते हैं इन सबसे
और इसीलिए ये लोग हमसे दूर होते जा रहे हैं
यह प्रयोग ठीक नहीं
आँख-कान खुला रखें हम
आखिर इस माहौल को बदलना है हमें
बेशक, यह उपद्रवी आयातित नहीं हैं
हममें से हैं ये लोग
हम दूर रहना चाहते हैं इन सबसे
और इसीलिए ये लोग हमसे दूर होते जा रहे हैं